NEWS

#day5 सच्चा धर्म वही होता है जो सभी के कल्याण की भावना रखता है- पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज

#day4 4 मार्च को भव्य सनातन यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें सनातन बोर्ड की स्थापना और श्रीकृष्ण जन्मभूमि से जुड़ी मांग को मजबूती से उठाया जाएगा। - पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज

आज कथा में श्री अनिल बळवंतराव भालेराव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देवगिरी प्रांत संथ चालक, श्री शिवाजीराव काळगे साहेब खासदार, लातुर लोकसभा, श्री ईश्वरराव जी भोसीकर साहेब माजी आमदार, लोहा कंधार, श्री संजय जी भोसीकर साहेब तालुकाध्यक्ष, काँग्रेस कमिटी केयार, श्री महेश राजेंद्रजी भोसीकर अध्यक्ष, युवक काँग्रेस, लोहा कंधार ने शामिल होकर व्यासपीठ का आशीर्वाद प्राप्त कर कथा श्रवण की।

कथा के दौरान श्री संत महंत एकनाथ नामदेव महाराज (मठाधिपती, श्री संत नामदेव महाराज संस्थान उमरज ता. कंधार जि.नांदेड ) ने कहा किलआज की कथा में श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। यह विशेष संयोग है कि हमारे पूज्य नमदेव महाराज जी का जन्म भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन दिन हुआ था। यह शुभ अवसर उनकी कृपा और आध्यात्मिक आशीर्वाद का प्रतीक है। 

अपने बच्चों को इंजीनियर या डॉक्टर बनाने से पहले उन्हें सच्चा सनातनी बनाना ज़रूरी है। अगर वे संस्कारों, संस्कृति और धर्म से जुड़े रहेंगे, तो चाहे किसी भी क्षेत्र में जाएँ, वे हमेशा अपने जीवन में नैतिकता, कर्तव्य और सच्चाई का पालन करेंगे। एक सच्चा सनातनी बनने का अर्थ है—अपने धर्म के मूल सिद्धांतों को समझना, माता-पिता और गुरुओं का सम्मान करना, सत्य के मार्ग पर चलना और संपूर्ण सृष्टि के कल्याण की भावना रखना।

मैं भगवान से सदैव प्रार्थना करता हूँ कि मैं जब भी जन्म लूँ, केवल सनातन धर्म में ही जन्म लूँ।

सनातन ही मेरी आत्मा है, सनातन ही मेरी वाणी है, और सनातन ही मेरा संपूर्ण जीवन है। यही मेरी आस्था, मेरी पहचान और मेरा परम सत्य है। मैं जन्म-जन्मांतर तक इसी दिव्य परंपरा का अनुसरण करूँ, यही मेरी प्रभु से विनम्र प्रार्थना है

पूरे विश्व को मानवता और धर्म का सच्चा संदेश देने वाला यदि कोई धर्म है, तो वह केवल सनातन धर्म है।

हमारे धर्म को क्षति पहुँचाने के लिए असुरी शक्तियों ने अनगिनत प्रयास किए, लेकिन सनातन धर्म अनादि, अविनाशी और सर्वशक्तिमान है। हर युग में अधर्म और अन्याय के विरुद्ध धर्म की विजय हुई है, और आगे भी होती रहेगी। यह केवल एक आस्था नहीं, बल्कि वैज्ञानिक, आध्यात्मिक और नैतिक जीवन का आधार है।

यह हमारी सर्वोच्च जिम्मेदारी है कि हम अपने सनातन धर्म की रक्षा करें और इसे आगे बढ़ाएँ।

धर्म की रक्षा करने के लिए किसी पद या प्रतिष्ठा की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि इसके लिए केवल सच्चे सनातनी का हृदय होना चाहिए। जो अपने धर्म के प्रति निष्ठावान है, जो अपने मूल्यों और परंपराओं को समझता और निभाता है, वही सनातन की असली ताकत है।

सनातन धर्म की रक्षा के लिए ‘सनातन बोर्ड’ का गठन होना चाहिए। इसी उद्देश्य को लेकर 4 मार्च को कथा के बाद भव्य सनातन यात्रा निकाली जाएगी। इस यात्रा के माध्यम से हम सनातन बोर्ड की स्थापना और श्रीकृष्ण जन्मभूमि से जुड़ी मांग को मजबूती से उठाएँगे। यह समय एकजुट होने का है। हम सब मिलकर सनातन धर्म की रक्षा हेतु संगठित होंगे। 

श्रीमद्भागवत कथा का भव्य आयोजन
दिनांक: 27 फरवरी से 5 मार्च 2025
कथा समय: दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक
कथा स्थल: श्री क्षेत्र उमरज (धाकटे पंढरपुर) तालुका कंधार, जिला- नांदेड़ महाराष्ट्र

Leave A Comment

Your Comment
All comments are held for moderation.